tag:blogger.com,1999:blog-8605601642921731089.post289398159578832392..comments2024-02-18T20:15:46.760-08:00Comments on ! कौशल !: तुम्हारी यादShalini kaushikhttp://www.blogger.com/profile/10658173994055597441noreply@blogger.comBlogger11125tag:blogger.com,1999:blog-8605601642921731089.post-31079918430180962342011-05-23T06:10:09.722-07:002011-05-23T06:10:09.722-07:00मेरी हर पोस्ट में आने के लिए आपका तहे दिल से शुक्र...मेरी हर पोस्ट में आने के लिए आपका तहे दिल से शुक्र गुजार हु आपका आभारSawai Singh Rajpurohithttps://www.blogger.com/profile/14297388415522127345noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8605601642921731089.post-28266769541282957992011-05-23T06:09:57.972-07:002011-05-23T06:09:57.972-07:00बहुत सुंदर संवेदनशील भाव समेटे हैं शालिनी जीबहुत सुंदर संवेदनशील भाव समेटे हैं शालिनी जीSawai Singh Rajpurohithttps://www.blogger.com/profile/14297388415522127345noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8605601642921731089.post-53162431829918652722011-05-23T05:09:12.271-07:002011-05-23T05:09:12.271-07:00बहुत सुंदर रचना हैबहुत सुंदर रचना हैsmshindi By Sonuhttps://www.blogger.com/profile/02157490730225902218noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8605601642921731089.post-25548740998849615442011-05-22T22:43:07.157-07:002011-05-22T22:43:07.157-07:00हर शब्द बेहद भावमय करता हुआ इस अभिव्यक्ति का ......हर शब्द बेहद भावमय करता हुआ इस अभिव्यक्ति का ...इस बेहतरीन प्रस्तुति के लिये बहुत-बहुत बधाई ।सदाhttps://www.blogger.com/profile/10937633163616873911noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8605601642921731089.post-25914747676836950822011-05-22T11:41:40.536-07:002011-05-22T11:41:40.536-07:00कभी सोचा भी न था तुम यूं चले जाओगे,
रोता बिलखता दे...कभी सोचा भी न था तुम यूं चले जाओगे,<br />रोता बिलखता देखकर भी पास नहीं आओगे.<br /><br /><br />सुंदर संवेदनशील भाव ...... डॉ. मोनिका शर्मा https://www.blogger.com/profile/02358462052477907071noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8605601642921731089.post-86191587323066034022011-05-22T05:49:39.707-07:002011-05-22T05:49:39.707-07:00फ़ूलफ़ूलSANDEEP PANWARhttps://www.blogger.com/profile/06123246062111427832noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8605601642921731089.post-57261553189272754732011-05-22T05:44:12.411-07:002011-05-22T05:44:12.411-07:00बहुत ही नाजुक रचना पेश की है आपने!
शुभकामनाएँ!बहुत ही नाजुक रचना पेश की है आपने!<br />शुभकामनाएँ!डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'https://www.blogger.com/profile/09313147050002054907noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8605601642921731089.post-29401305277544757782011-05-22T02:29:01.443-07:002011-05-22T02:29:01.443-07:00शालिनी जी बधाई आपको । बहुत ही अच्छी और हृदय को छू ...शालिनी जी बधाई आपको । बहुत ही अच्छी और हृदय को छू लेने वाली रचना रची आपने । एक-एक पंक्ति में दर्द भरा है । जो कोई भी इस स्थिति से गुजरा है उसकी आँखों भले न छलके पर नम जरूर हो जायेंगी ।<br />लगता है आप मेरी कविता वाली ब्लॉग पर आई नही अब तक । न आपने फोलो किया न ही आपकी टिप्पणी मिली मुझे ।Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/12634209491911135236noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8605601642921731089.post-5848536601346814322011-05-21T22:34:32.501-07:002011-05-21T22:34:32.501-07:00बहुत ही सुन्दर लिखा है अपने इस मैं कमी निकलना मेर...बहुत ही सुन्दर लिखा है अपने इस मैं कमी निकलना मेरे बस की बात नहीं है क्यों की मैं तो खुद १ नया ब्लोगर हु <br />बहुत दिनों से मैं ब्लॉग पे आया हु और फिर इसका मुझे खामियाजा भी भुगतना पड़ा क्यों की जब मैं खुद किसी के ब्लॉग पे नहीं गया तो दुसरे बंधू क्यों आयें गे इस के लिए मैं आप सब भाइयो और बहनों से माफ़ी मागता हु मेरे नहीं आने की भी १ वजह ये रही थी की ३१ मार्च के कुछ काम में में व्यस्त होने की वजह से नहीं आ पाया <br />पर मैने अपने ब्लॉग पे बहुत सायरी पोस्ट पे पहले ही कर दी थी लेकिन आप भाइयो का सहयोग नहीं मिल पाने की वजह से मैं थोरा दुखी जरुर हुआ हु <br />धन्यवाद् <br />दिनेश पारीक <br />http://kuchtumkahokuchmekahu.blogspot.com/<br />http://vangaydinesh.blogspot.com/Dinesh pareekhttps://www.blogger.com/profile/00921803810659123076noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8605601642921731089.post-85179071133030335682011-05-21T18:55:32.454-07:002011-05-21T18:55:32.454-07:00ऐसी यादों को संजोने की ज़रूरत नहीं , संवेदनशील रच...ऐसी यादों को संजोने की ज़रूरत नहीं , संवेदनशील रचना , बधाई .....Sunil Kumarhttps://www.blogger.com/profile/10008214961660110536noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8605601642921731089.post-80363291039584695762011-05-21T18:34:06.073-07:002011-05-21T18:34:06.073-07:00शालिनी जी,
बहुत बहुत आभार बधाई के लिए !
आपके आलेख ...शालिनी जी,<br />बहुत बहुत आभार बधाई के लिए !<br />आपके आलेख तो कई पढ़े है पर आज रचनासे <br />पहली बार परिचय हुआ है बहुत सुंदर रचना है !<br />बहुत बहुत बधाई !Sumanhttps://www.blogger.com/profile/02336964774907278426noreply@blogger.com