tag:blogger.com,1999:blog-8605601642921731089.post3556365821844422178..comments2024-02-18T20:15:46.760-08:00Comments on ! कौशल !: आदमी क्या है....Shalini kaushikhttp://www.blogger.com/profile/10658173994055597441noreply@blogger.comBlogger3125tag:blogger.com,1999:blog-8605601642921731089.post-72776972300412134512011-01-31T03:11:26.248-08:002011-01-31T03:11:26.248-08:00जीवन में हँसना कम अधिक रोना है.
यह तो नियति है ....जीवन में हँसना कम अधिक रोना है.<br /><br /><br />यह तो नियति है ..लेकिन जीवन फिर भी चलता रहता है ....आपका आभार ...इस सार्थक रचना के लिए ...शुक्रियाकेवल रामhttps://www.blogger.com/profile/04943896768036367102noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8605601642921731089.post-7202425473217841412011-01-29T02:18:50.345-08:002011-01-29T02:18:50.345-08:00दुःख और सुख की बैलेंस शीट बनाना दुष्कर कार्य है ! ...दुःख और सुख की बैलेंस शीट बनाना दुष्कर कार्य है ! हिस्से में कितना दुःख और कितना सुख आया यह तो भुक्तभोगी ही बतला सकता है ! <br /><br />भले ही अजीब लगे पर मेरा दुःख किसी के लिए सुख और मेरा सुख उसका दुःख भी हो सकता है :)<br />है ना ?<br /><br />बहरहाल सुख और दुःख बेहद गम्भीर विषय हैं और जीवन का यथार्थ भी ! आपने अच्छा प्रयास किया !उम्मतेंhttps://www.blogger.com/profile/11664798385096309812noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8605601642921731089.post-54801082897792493242011-01-28T07:17:41.732-08:002011-01-28T07:17:41.732-08:00अच्छा प्रयास, शुभकामनाएँ.अच्छा प्रयास, शुभकामनाएँ.Udan Tashtarihttps://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.com