tag:blogger.com,1999:blog-8605601642921731089.post59919968219627792..comments2024-02-18T20:15:46.760-08:00Comments on ! कौशल !: नरेन्द्र से नारीन्द्र तकShalini kaushikhttp://www.blogger.com/profile/10658173994055597441noreply@blogger.comBlogger12125tag:blogger.com,1999:blog-8605601642921731089.post-24359674647799304382013-04-13T04:49:30.159-07:002013-04-13T04:49:30.159-07:00''गाँधी का यह देश नहीं ,बस हत्यारों की मंड...''गाँधी का यह देश नहीं ,बस हत्यारों की मंडी है ,<br />राजनीति की चौपड़ में,हर कर्ण यहाँ पाखंडी है .''<br />bahut sundar line hai, lekh bhi prasangik hai. achha lagaKarupathhttps://www.blogger.com/profile/12630445597173331090noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8605601642921731089.post-71914463461556394352013-04-13T01:55:44.165-07:002013-04-13T01:55:44.165-07:00नदी में डूबने वाले को क्या करनी चाहिए ?नदी में डूबने वाले को क्या करनी चाहिए ?G.N.SHAWhttps://www.blogger.com/profile/03835040561016332975noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8605601642921731089.post-44496643116496015292013-04-12T17:48:21.392-07:002013-04-12T17:48:21.392-07:00शालिनी जी लेख बहुत अच्छा लिखा है...
ये पंक्तियाँ अ...शालिनी जी लेख बहुत अच्छा लिखा है...<br />ये पंक्तियाँ अक्षरक्ष सत्य हैं ... मेरा खुद का अनुभव है कि परिस्थितियां विपरीत होने पर या व्यक्ति का मतलब होने पर व्यक्ति भले ही परिवर्तित दिखाई दे किन्तु जब परिस्थितियां उसके माफिक हों या उसका मतलब ह्ल हो जाये तो पुरानी शक्ल दिखाई दे जाती है...<br />मन ऐसा ही होता है पिट पिट कर हार जाए तो दूसरी बात है,वरना मौका पाते ही फिर कलाबाजी खा के खडा हो जाता है ...इसे साधना क्या आसान बात है ...शारदा अरोराhttps://www.blogger.com/profile/06240128734388267371noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8605601642921731089.post-68847200341962117192013-04-11T07:17:19.041-07:002013-04-11T07:17:19.041-07:00बेटा ! नारीश्वर के चरित्र का यह पक्ष उजागर कर आपने...बेटा ! नारीश्वर के चरित्र का यह पक्ष उजागर कर आपने हम जैसे अज्ञानी भारतीयों को वास्तविकता से परिचित कराया ! धन्यवाद ! आपका साहस आपकी निर्भीकता सराहनीय है !आशीर्वाद शुभ कामनायें ! = "अंकल आंटी" Bhola-Krishnahttps://www.blogger.com/profile/02397604308408596994noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8605601642921731089.post-52361971665559936712013-04-11T05:14:50.260-07:002013-04-11T05:14:50.260-07:00भारत मर जब तक लोग दूसरों पर विश्वास करेंगे तब तक द...भारत मर जब तक लोग दूसरों पर विश्वास करेंगे तब तक देश के विकास की संकल्पना भी बेईमानी लगती है, <br /> क्योंकि यहाँ '' पर उपदेश कुशल बहुतेरे '' वाली बात है.<br />आपकी अंतिम दो पंक्तिया बहुत अच्छी लगी.<br /> ''तुम दिवस में ,स्वप्न में ,उन्मुक्त हो नभ में उड़े हो ,<br /> अब धरा पर लौटकर आधार की बातें करो .''अभिषेक शुक्लhttps://www.blogger.com/profile/06009944798501737095noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8605601642921731089.post-20875360408901599502013-04-11T05:13:14.572-07:002013-04-11T05:13:14.572-07:00भारत मर जब तक लोग दूसरों पर विश्वास करेंगे तब तक द...<br /> भारत मर जब तक लोग दूसरों पर विश्वास करेंगे तब तक देश के विकास की संकल्पना भी बेईमानी लगती है, <br /> क्योंकि यहाँ '' पर उपदेश कुशल बहुतेरे '' वाली बात है.<br />आपकी अंतिम दो पंक्तिया बहुत अच्छी लगी.<br /> ''तुम दिवस में ,स्वप्न में ,उन्मुक्त हो नभ में उड़े हो ,<br /> अब धरा पर लौटकर आधार की बातें करो .''अभिषेक शुक्लhttps://www.blogger.com/profile/06009944798501737095noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8605601642921731089.post-48356331037591792582013-04-10T20:45:41.411-07:002013-04-10T20:45:41.411-07:00हमेशा की तरह आपकी कलम सार्थक, शिष्ट और निर्भीक चल...हमेशा की तरह आपकी कलम सार्थक, शिष्ट और निर्भीक चली है, ऐसे ही अन्य मुददों पर हम पाठकों की जिजीविषा शांत व संतुष्ट करतीं चलें । शुक्रिया । हमारे जंक्शन ब्लॉग व ब्लॉग स्पॉट पर आपका आमंत्रण । साभार Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/15596917676345459294noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8605601642921731089.post-24551343494526159862013-04-10T03:42:57.085-07:002013-04-10T03:42:57.085-07:00किसी की भी आलोचना करने का सभी को अधिकार है। कुछ आल...किसी की भी आलोचना करने का सभी को अधिकार है। कुछ आलोचनाये पूर्वाग्रह से ग्रस्त हो कर की जाती हैं और कुछ अन्य कारणों से। कई बार ऐसा भी होता है कि जब किसी एक व्यक्ति के बारे में बहुत सारे प्रशंसक खड़े हो जाते हैं तब पता नहीं क्यों मन में पीड़ा सी महसूस होने लगत्ती है। शायद इर्ष्या मन में जन्म लेने लगती है. और तब हम उसकी अच्छाइयों के बजाय उसके द्वारा की गयी किसी एक गलती पर उँगली उठाने लगते है। और तब मन को बड़ा संतोष महसूस होता है. <br />अरे जो गुजर गया उसके लिए क्यों रोते हो, आने वाले स्वर्णिम कल की ओर देखो बहुत आत्मसंतोष प्राप्त होगा। <br />आपको शायद नहीं मालुम कांग्रेस के शासनकाल में इतने दंगे हुए हैं पर हर कोई मोदी के शासन में केवल एक दंगे के लिए जगह - जगह आंसू बहता नजर आता है. कभी कांग्रेस के शासनकाल के दंगो पर आंसू बहा लेते. क्या कोई कांग्रेसी नेता क्पकड़ा गया या उसको सजा हुई kb rastogihttps://www.blogger.com/profile/00357406701640765994noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8605601642921731089.post-46314218165146710662013-04-10T03:41:54.283-07:002013-04-10T03:41:54.283-07:00
किसी की भी आलोचना करने का सभी को अधिकार है। कुछ आ...<br />किसी की भी आलोचना करने का सभी को अधिकार है। कुछ आलोचनाये पूर्वाग्रह से ग्रस्त हो कर की जाती हैं और कुछ अन्य कारणों से। कई बार ऐसा भी होता है कि जब किसी एक व्यक्ति के बारे में बहुत सारे प्रशंसक खड़े हो जाते हैं तब पता नहीं क्यों मन में पीड़ा सी महसूस होने लगत्ती है। शायद इर्ष्या मन में जन्म लेने लगती है. और तब हम उसकी अच्छाइयों के बजाय उसके द्वारा की गयी किसी एक गलती पर उँगली उठाने लगते है। और तब मन को बड़ा संतोष महसूस होता है. <br />अरे जो गुजर गया उसके लिए क्यों रोते हो, आने वाले स्वर्णिम कल की ओर देखो बहुत आत्मसंतोष प्राप्त होगा। <br />आपको शायद नहीं मालुम कांग्रेस के शासनकाल में इतने दंगे हुए हैं पर हर कोई मोदी के शासन में केवल एक दंगे के लिए जगह - जगह आंसू बहता नजर आता है. कभी कांग्रेस के शासनकाल के दंगो पर आंसू बहा लेते. क्या कोई कांग्रेसी नेता क्पकड़ा गया या उसको सजा हुई kb rastogihttps://www.blogger.com/profile/00357406701640765994noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8605601642921731089.post-85574186573460947882013-04-10T02:00:30.347-07:002013-04-10T02:00:30.347-07:00आजकल हर जगह मोदी जी लुभावने भाषण देकर तालियों से उ...आजकल हर जगह मोदी जी लुभावने भाषण देकर तालियों से उत्साहित नजर आते है,बहुत ही बेहतरीन आलेख.<br /><br /><a href="http://kumarhealth.blogspot.com/" rel="nofollow">"जानिये: माइग्रेन के कारण और निवारण" </a>Rajendra kumarhttps://www.blogger.com/profile/00010996779605572611noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8605601642921731089.post-24141670707224390102013-04-10T01:30:47.140-07:002013-04-10T01:30:47.140-07:00समसामायिक पोस्ट !समसामायिक पोस्ट !Anitahttps://www.blogger.com/profile/17316927028690066581noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8605601642921731089.post-4729224948472970832013-04-09T22:11:01.672-07:002013-04-09T22:11:01.672-07:00'तुम दिवस में ,स्वप्न में ,उन्मुक्त हो नभ में ...'तुम दिवस में ,स्वप्न में ,उन्मुक्त हो नभ में उड़े हो ,<br />अब धरा पर लौटकर आधार की बातें करो .''ये पंक्तियाँ मोदी जी पर सटीक बैठती है,,,,<br /><br /><b>recent post </b><a href="http://dheerendra11.blogspot.in/2013/04/blog-post_9.html#links" rel="nofollow">: भूल जाते है लोग,</a>धीरेन्द्र सिंह भदौरिया https://www.blogger.com/profile/09047336871751054497noreply@blogger.com