District Court Shamli at Kairana

 


 President of Bar Association Kairana Babu Kaushal Prasad Advocate ji himself submitted a memorandum on behalf of Bar Association Kairana himself to Hon'ble Chief Justice High Court Allahabad for establishment of District and Sessions Court in Kairana on 20-01-2012 and 06-04-2012 on being done Tehsil Kairana under newly created district Prabuddha Nagar(presently Shamli) by Uttar Pradesh Government

 Many letters Sent by post by him . Memorandum was submitted to Hon'ble Chief Minister, Government of Uttar Pradesh, Lucknow on 17.05.2012. Letter was written on 21st August 2012 to District Magistrate Shamli. A memorandum was also submitted On 14.09.2012 to Honorable Officer on Special Duty, (Nominated District Judge Shamli)  in which the following facts were presented by Babu Kaushal Prasad Advocate ji -

1- That in this regard, we would like to draw your attention to the situation that the judicial system is being operated in Kairana for more than 100 years. In the year 1889, Munsif court was established in Kairana. Around 1975 a Additional Munsif Court was established. On May 06, 1991, the Court of Additional Chief Judicial Magistrate was established. On 04 January 1993, the Court of Civil Judge Senior Division was established. Two FTC Courts were established on 1st November 2001, and regular court of Additional District and Sessions Judge was established on 02.04.2011. Except FTC Court, presently Additional District and Sessions Judge Court , Civil Judge Senior Division Court , Additional Chief Judicial Magistrate court and there are three Civil Judge Junior Division courts are working in Kairana.

 2- That Kairana is the tehsil headquarter since the year 1887 and at present  the sub-collector, tehsildar Kairana, sub registrar and sub-treasury officer, including all the government departments are working at Kairana

3- That three court rooms of civil court in Kairana are vacant and construction of two court buildings is going on. There are 4 court rooms in the old building of Kairana tehsil and court can be established in large rooms. A building is available in Kairana for District Judge Shamli and Chief Judicial Magistrate and all other facilities which are necessary for the establishment of a District Court are available. The courts and offices of Tehsil Kairana have been shifted to a new building constructed in Kairana Tehsil courtyard  one year ago , due to which the old building of Tehsil Kairana and many other large rooms which had Tehsil offices are vacant at this time.

 4- That the town Kairana has been the capital of King Karna of Mahabharata period and is a very ancient town in proportion to the population as compared to Shamli. There are three municipality  - Kairana, Kandhla and Shamli and seven Nagar Panchayat - Alam, Banat, Un, Jhinjhana, Gadipukhta, Thana Bhawan and Jalalabad in the jurisdiction of Kairana court. For teaching work in Kairana, a government college, inter-college and educational institutions providing education through English medium are located.  Besides State Bank branch there are three - four nationalized banks are also located in Kairana.

 5- That the Panipat-Khatima highway is only 10 km away from headquarter of town Kairana district Shamli . There are many other places of Uttar Pradesh where the district judge's court is situated at a distance of 12 to 15 kilometers from a city

 6- That the Bar Association Kairana is ready to give its best support in every way for the establishment of the  District Judge Court Shamli at Kairana .

7- That at present there are about 300 lawyers working in the legal profession in Kairana, who are fully acquainted with the session and civil work. The litigants of the jurisdiction of Kairana also do not have any inconvenience in coming to Kairana because all the routes are connected to Kairana on which there is proper arrangement of transport.

8- That the Bar Association Kairana had presented a memorandum to the Hon'ble Chief Justice of Allahabad High Court on his arrival at Muzaffarnagar on 06-04-2012.


अध्यक्ष बार एसोसिएशन कैराना बाबू कौशल प्रसाद एडवोकेट जी द्वारा उत्तर प्रदेश शासन के तहसील कैराना को नवसृजित जिले प्रबुद्ध नगर वर्तमान में शामली के अंतर्गत किए जाने पर कैराना में जिला एवं सत्र न्यायालय की स्थापना के लिए माननीय मुख्य न्यायाधीश उच्च न्यायालय इलाहाबाद की सेवा में बार एसोसिएशन कैराना की ओर से दिनाँक 20.01.2012, दिनाँक 06.04.2012 को ज्ञापन स्वयं प्रस्तुत किए गए, डाक द्वारा भेजे गए, माननीय मुख्यमंत्री महोदय, उत्तर प्रदेश सरकार, लखनऊ को दिनाँक 17.05.2012 को ज्ञापन सौंपा गया, दिनाँक 21 अगस्त 2012 को जिलाधिकारी शामली को पत्र लिखा गया, दिनाँक 14.09.2012 को माननीय विशेष कार्याधिकारी, मनोनीत जनपद न्यायाधीश शामली को भी ज्ञापन सौंपा गया, जिसमें उनके द्वारा निम्न तथ्य प्रस्तुत किए गए - 


1- यह कि इस सम्बन्ध में हम आपका ध्यान इस स्थिति की ओर आकर्षित करना चाहते हैं कि कैराना में गत 100 वर्षों से अधिक से न्याय व्यवस्था का संचालन हो रहा है .वर्ष 1889 में कैराना में मुंसिफ न्यायालय की स्थापना हुई .1975 के आसपास एक अतिरिक्त मुंसिफ न्यायालय की स्थापना हुई .06 मई 1991 को अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट के न्यायालय की स्थापना हुई . 04 जनवरी 1993 को सिविल जज सीनियर डिवीज़न के न्यायलय की स्थापना हुई . 1 नवम्बर 2001 को 2 एफ  टी सी  न्यायालय स्थापित किये गए ,तथा 02.04.2011 को अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश के नियमित न्यायालय की स्थापना हुई .एफ टी सी न्यायालय को छोड़कर इस समय कैराना में अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश , सिविल जज सीनियर डिवीजन , अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट व सिविल जज जूनियर डिवीजन के 3 न्यायालय कार्यरत हैं .


2--यह कि कैराना वर्ष 1887 से तहसील मुख्यालय है तथा इस समय उपजिलाधिकारी ,तहसीलदार कैराना ,सब रजिस्ट्रार व उपकोषाधिकारी के सहित तहसील पर स्थित होने वाले समस्त शासकीय विभाग कार्यरत हैं . 


3- यह कि कैराना में सिविल कोर्ट के तीन न्यायालय कक्ष रिक्त हैं तथा दो न्यालालय भवनों का निर्माण कार्य चल रहा है .कैराना तहसील के पुराने भवन में 4 न्यायालय कक्ष हैं तथा बड़े कमरों में न्यायालय की स्थापना की जा सकती है . जनपद न्यायाधीश शामली व मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट के लिए कैराना में भवन उपलब्ध है तथा अन्य वे समस्त सुविधाएँ जो किसी जनपद न्यायालय की स्थापना के लिए आवश्यक होती हैं , उपलब्ध हैं.तहसील कैराना के न्यायालय व् कार्यालय गत 1 वर्ष पूर्व कैराना तहसील प्रांगण में निर्मित नए भवन में स्थानांतरित हो गए हैं जिस कारण तहसील कैराना का बहुत बड़ा पुराना भवन व अन्य कई बड़े कमरे जिनमें तहसील के कार्यालय थे ,इस समय खाली हैं . जिला जज शामली के न्यायालय को कैराना में स्थापित किये जाने पर कैराना तहसील के पुराने भवनों का जिला जज शामली के न्यायालय व कार्यालयों के लिए सुविधापूर्वक प्रयोग हो सकता है .


4- यह कि कस्बा कैराना महाभारत काल के राजा कर्ण की राजधानी रहा है तथा शामली की तुलना में जनसंख्या के अनुपात में अत्यन्त प्राचीन क़स्बा है .कैराना न्यायालय के न्याय क्षेत्र में तीन नगरपालिका परिषद - कैराना ,कांधला तथा शामली व् 7 नगर पंचायत - एलम , बनत ,ऊन ,झिंझाना ,गढ़ीपुख्ता ,थानाभवन व् जलालाबाद स्थित हैं . कैराना में शिक्षण कार्य के लिए एक राजकीय महाविद्यालय ,इंटर कालेज व अंग्रेजी माध्यम से शिक्षा प्रदान करने वाली शिक्षण संस्थाएं स्थित हैं . कैराना में स्टेट बैंक की शाखा के अतिरिक्त 3-4 राष्ट्रीयकृत बैंक भी स्थित हैं. 


5- यह कि कस्बा कैराना जनपद शामली के मुख्यालय से मात्र 10 किलोमीटर की दूरी पर पानीपत -खटीमा राजमार्ग स्थित है . उत्तर प्रदेश से ऐसे कई अन्य स्थान हैं जहाँ पर जनपद न्यायाधीश का न्यायालय किसी नगर से 12 से 15 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है .


6- यह कि बार एसोसिएशन कैराना जनपद न्यायाधीश शामली के न्यायालय की कैराना नगर में स्थापना के लिए अपना हर प्रकार का भरपूर सहयोग देने के लिए तत्पर है .


7- यह कि कैराना में इस समय लगभग 300 अधिवक्ता विधि व्यवसाय में कार्यरत हैं , जो सेशन व् दीवानी कार्य से पूर्ण रूप से परिचित हैं . कैराना के न्यायिक क्षेत्र के वादकारियों को भी कैराना आने में कोई असुविधा नहीं है क्योंकि सभी मार्ग कैराना से जुड़े हुए हैं जिन पर परिवहन की समुचित व्यवस्था है.


8- यह कि बार एसोसिएशन कैराना ने माननीय मुख्य न्यायाधीश उच्च न्यायालय इलाहाबाद के गत 06-04-2012 को मुजफ्फरनगर आगमन पर एक ज्ञापन उन्हें प्रस्तुत किया था।

  

टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

मेरी माँ - मेरा सर्वस्व

बेटी का जीवन बचाने में सरकार और कानून दोनों असफल

बदनसीब है बार एसोसिएशन कैराना