मोदी नाग बन बैठे हमें काट खाने को
मोदी नाग बन बैठे हमें काट खाने को . जिन्हें हमने गले का हार समझा था गले को सजाने को , वही नाग बन बैठे हैं हमें काट खाने को . ''पटेल होते पहले पी.एम्. तो देश की तस्वीर कुछ और होती ''मोदी के ये वचन भारतवर्ष में वीरता ,शहादत और जनता की सरकार को नकारने की जो राष्ट्रद्रोही छवि होनी चाहिए को प्रत्यक्ष करने को पर्याप्त हैं .सर्वप्रथम तो मोदी का प्रधानमंत्री के समक्ष अशोभनीय आचरण उस पर ट्विटर का इस्तेमाल कर सरेआम उनकी अवमानना का प्रयास और लाल किले की प्रतिकृति पर खड़े हो कर स्वयं को भारतीय गणतंत्र का प्रधानमंत्री दिखाने का प्रयास न केवल संविधान द्वारा सृजित राष्ट्र्व्यवस्था का अपमान है बल्कि एक ऐसा कुत्सित कार्य है जिसे भारत में राष्ट्रद्रोह घोषित किया जाना चाहिए अन्यथा न केवल मोदी बल्कि उनकी ही तरह कोई भी सड़क चलता सरकार की बराबरी करने लगेगा और इस तरह भारत राष्ट्र की छवि को सारे विश्व में धक्का पहुंचेगा . आज जब न पटेल हैं और न नेहरू तब इस तरह की बातें उछालकर मोदी जनभावनाओं के साथ खिलवाड़ के लिए प्रयासरत हैं और यह सोचकर कि ''बदनाम भी हुए तो क्या ,नाम तो हुआ ''...