मैं कौन हूँ ?

कभी कभी मैं सोचती हूँ
मैं कौन हूँ?
क्या है मेरा अस्तित्व
तब विचार आता है
कि हो सकता है
मैं छाया हूँ .
जो रोशनी में तो दिखती है
अँधेरे में उसका पता नहीं
कभी सोचती हूँ
कि मैं अनेकों छिद्रों वाली एक नाव हूँ
जो कब डूब जाये
किसी को पता नहीं,
कदाचित मन में विचार आता है
कि मैं एक गीली लकड़ी हूँ 
जो जल रही है भीतर ही भीतर
और अपने धुंए से लोगों की आँखों को
भी जलाने का प्रयास कर रही है.
जो स्वयं भी मिट रही है 
और मिटा रही है औरों को भी 
काश मैं बन पाती एक पुष्प 
जो सब ओर सुगंध बिखेरता है
काश मैं होती एक वृक्ष
जो छाया देता है,
कभी किसी से कुछ नहीं चाहता,
क्योंकि मैं वह नहीं हूँ इसीलिए 
कभी कभी मैं सोचती हूँ
मैं कौन हूँ? 

टिप्पणियाँ

ये तो शास्वत प्रश्न है कि "मैं कौन हूँ?" ...
सुन्दर रचना ...

कदाचित मन में विचार आता है
कि मैं एक गीली लकड़ी हूँ
जो जल रही है भीतर ही भीतर
और अपने धुंए से लोगों की आँखों को
भी जलाने का प्रयास कर रही है.

सुन्दर पंक्तियाँ !
Dr Om Prakash Pandey ने कहा…
too kaun hai ?
kavita, kusum ya kamini hai ......
स्वयं पर शोध करती अच्छी प्रस्तुति
ये तो निरंतर उठने वाला प्रश्न है ... पर कोई इसका उत्तर नही जान सका आज तक ... जिसने जान लिया उसका बेड़ा पार हो गया ... बहुत दार्शनिकता लिए है आपकी रचना ...
अनुपमा पाठक ने कहा…
अच्छी प्रस्तुति!
nilesh mathur ने कहा…
बहुत सुन्दर! बेहतरीन रचना!
काश मैं बन पाती एक पुष्प
जो सब ओर सुगंध बिखेरता है
काश मैं होती एक वृक्ष
जो छाया देता है,

पुष्प और वृक्ष होने की इच्छा सभी इच्छाओं से श्रेष्ठ है...
आपकी यह कविता उत्तम विचारों को सहेजती हुई जीवन-प्रतिबिम्ब को प्रस्तुत करती है।...शुभकामनाएं।
Dorothy ने कहा…
क्रिसमस की शांति उल्लास और मेलप्रेम के
आशीषमय उजास से
आलोकित हो जीवन की हर दिशा
क्रिसमस के आनंद से सुवासित हो
जीवन का हर पथ.

आपको सपरिवार क्रिसमस की ढेरों शुभ कामनाएं

सादर
डोरोथी
Dorothy ने कहा…
गहन भावों की खूबसूरत अभिव्यक्ति. आभार.

अनगिन आशीषों के आलोकवृ्त में
तय हो सफ़र इस नए बरस का
प्रभु के अनुग्रह के परिमल से
सुवासित हो हर पल जीवन का
मंगलमय कल्याणकारी नव वर्ष
करे आशीष वृ्ष्टि सुख समृद्धि
शांति उल्लास की
आप पर और आपके प्रियजनो पर.

आप को सपरिवार नव वर्ष २०११ की ढेरों शुभकामनाएं.
सादर,
डोरोथी.
Unknown ने कहा…
bahut hi achha likha hai aapne..
meri bhi isi vishay par kavita padhe..
http://pradip13m.blogspot.com/2008/04/8.html
Yashwant R. B. Mathur ने कहा…
Merry Christmas!
आज 25/12/2012 को आपकी यह पोस्ट (विभा रानी श्रीवास्तव जी की प्रस्तुति मे ) http://nayi-purani-halchal.blogspot.com पर पर लिंक की गयी हैं.आपके सुझावों का स्वागत है .धन्यवाद!
गहन भाव लिए सुन्दर रचना...
नववर्ष की अनंत शुभकामनाएँ....
:-)

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