अर्पण करते स्व जीवन - शिक्षक दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं

Sarvepalli Radhakrishnan


अर्पण करते स्व-जीवन शिक्षा की अलख जगाने में ,
रत रहते प्रतिपल-प्रतिदिन  शिक्षा की राह बनाने में .
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आओ मिलकर करें स्मरण नमन करें इनको मिलकर ,
जिनका जीवन हुआ सहायक हमको सफल बनाने में .
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जीवन-पथ पर आगे बढ़ना इनसे ही हमने सीखा ,
ये ही निभाएं मुख्य भूमिका हमको राह दिखाने में  .
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खड़ी बुराई जब मुहं खोले हमको खाने को तत्पर ,
रक्षक बनकर आगे बढ़कर ये ही लगे बचाने में .
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मात-पिता ये नहीं हैं होते मात-पिता से भी बढ़कर ,
गलत सही का भेद बताकर लगे हमें समझाने में .
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पुष्प समान खिले जब शिष्य प्रफुल्लित मन हो इनका ,
करें अनुभव गर्व यहाँ ये उसको श्रेय दिलाने में .
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शीश झुकाती आज ''शालिनी ''अहर्नीय के चरणों में ,
हुए सहाय्य ये ही सबके आगे कदम बढ़ाने में .
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               शालिनी कौशिक 
                   [कौशल ]

टिप्पणियाँ

Sagar ने कहा…
Wow such great and effective guide
Thanks for sharing such valuable information with us.
BhojpuriSong.in
Sweta sinha ने कहा…
जी नमस्ते,
आपकी लिखी रचना शुक्रवार ५ सितंबर २०१९ के लिए साझा की गयी है
पांच लिंकों का आनंद पर...
आप भी सादर आमंत्रित हैं...धन्यवाद।
मन की वीणा ने कहा…
बहुत सुंदर दोहे शिक्षकों को पूर्ण सम्मान देते ।
Enoxo ने कहा…


आपके ब्लॉग पोस्ट की चर्चा नरेंद्र मोदी से शिकायत कैसे करे ? और बेस्ट 25 में की गई है

कृपया एक बार जरूर देखें

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