राखी - एक भावना



 राखी

एक भावना

भाई - बहन के प्यार की

बचपन के दुलार की

बहन बांधेगी एक धागा

मीठा खिलायेगी

और

भाई

बहन को देगा उपहार

जिसमें छिपा होगा उसका प्यार

बचपन में बस इतना ही है

राखी का त्योहार

अब उठता है प्रश्न 

राखी का सही अर्थ

कौन बतलायेगा,

भाई को सही फ़र्ज़

कौन समझायेगा

किताबें धरी की धरी

रह गई

मोबाइल और नेट

की ही पीढ़ी बन गई.

करो सर्च गूगल पर

फोटो छपे हैं

कहीं भाव राखी के नहीं

लिखे गए हैं.

हमारे बडों की है ये जिम्मेदारी

बताएं बच्चों को सच्चाई सारी

कि सुनले तू बेटा

भले ना दे पैसे न दे उपहार

उठा अपने कांधे पर

बहन की रक्षा का भार.


रक्षा बंधन पर्व की सभी भाई बहनों को हार्दिक शुभकामनाएं 🌹🌹

द्वारा

शालिनी कौशिक

एडवोकेट

टिप्पणियाँ

रक्षा बंधन के भावों को बांधती एक सुंदर रचना आदरणीय ।
Shalini kaushik ने कहा…
आभार दीपक जी 🙏🙏

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