Great institutions - 5.5.88

Late Babu Kaushal Prasad Advocate ji had not only the talent of  leadership but also a master of law, Babuji was entrusted with the task of advocating their cases in the court at the very beginning of the legal pratice by eminent institutions . One of those institutions was the "District Legal Aid and Counseling Committee, Muzaffarnagar" by this institution on 05.05.1988, Babu ji was advocate was appointed for the defense in a special case.

 " To,

 Mr. Kaushal Prasad Sharma, Advocate, Kairana Muzaffarnagar 

Sir, 

You have been appointed as an advocate in the case of Mr Jagbir Singh, Gold Smith, resident of Kudana, Muzaffarnagar, Civil Case No. 22/87 and Case No. 25/88 as per the orders of Secretary, District Legal Aid and Consultative Committee, Muzaffarnagar. 

Therefore, you should take the trouble of defending the cases of Shri Jagbir Singh. ,

स्व बाबू कौशल प्रसाद एडवोकेट जी न केवल नेतृत्व प्रतिभा के धनी थे अपितु कानून के महारथी भी थे, बाबूजी को बड़ी बड़ी संस्थाओं द्वारा वक़ालत की शुरुआत में ही कोर्ट में अपने मुकदमों की पैरवी का कार्य सौंपा गया था. उन्हीं संस्थाओं में से एक संस्था थी - " जिला कानूनी सहायता एवं परामर्श समिति, मुजफ्फरनगर" इस संस्था द्वारा 05.05.1988 को अपने एक विशेष केस में पैरवी हेतु अधिवक्ता नियुक्त किया गया -

 " सेवा में, 

     श्री कौशल प्रसाद शर्मा, एडवोकेट, कैराना 

      मुजफ्फरनगर 

महोदय, 

श्री जगबीर सिंह, गोल्ड स्मिथ,निवासी कुडाना, मुजफ्फरनगर के सिविल केस नंबर 22/87 तथा केस नंबर 25/88 के वाद में आपको सचिव, जिला कानूनी सहायता एवं परामर्श समिति, मुजफ्फरनगर के आदेशानुसार अधिवक्ता नियुक्त किया गया है। 

        अतः आप श्री जगबीर सिंह के वादों की पैरवी करने का कष्ट करें। "



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