कांधला में व्यापार की रीढ़ तोड़कर रख दी ऑनलाइन शॉपिंग प्लेटफार्म ने

कांधला कस्बा शामली जिले का एक अमन पसंद, संतुष्ट समाज के रहने की जगह, खेतो और बागो से घिरा कस्बा है. यहाँ विकास के लिए आधुनिकता से जुड़ने की कोई चाह यहाँ के क्षेत्रवासियों में नहीं है. तरक्की के नाम पर आज तक कस्बा कांधला ने केवल यह हासिल किया है कि यहाँ के लोग रोजमर्रा की जरूरतों की बेहद जरुरी चीजें जैसे अनाज, सब्जी, दाल आदि खरीद सकें और रोटी, कपड़ा, मकान आदि की सामान्य आवश्यकता पूर्ण कर सकें. ऐसा नहीं है कि कांधला को विकास की राह पर आगे बढ़ने का कभी कोई प्रस्ताव या अवसर नहीं मिला किन्तु कांधला के भौतिक रूप से सम्पन्न समाज ने उन प्रस्तावो को एक कान से सुन दूसरे कान से निकाल दिया. आज जिस शुगर मिल की बदौलत शामली एक जिले के रूप में विकसित हुआ है उसका पहला प्रस्ताव कांधला को ही मिला था लेकिन उस प्रस्ताव को कांधला के जमींदारों ने ठुकरा दिया. जसाला गांव में जो खेल स्टेडियम है, उसके लिए पहले क्षेत्र के प्रतिष्ठित मंत्री जी ने कांधला के बड़े जमींदारों से ही जमीन मांगी थी, जिसमें विफल रहने पर मंत्री जी ने अपने गांव में ही स्टेडियम की स्थापना की. ऐसे रूढ़िवादी, पुरातन सोच में डूबे क़स्बा कांधला क...