सड़क दुर्घटनाएं -लाइसेंस कुशल चालक को


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सड़क दुर्घटनाएं  रोज सैकड़ों ज़िंदगियाँ लील रही हैं कारण खोजे जा रहे  हैं .कहीं वाहनों की अधिकता ,कहीं ट्रेफिक नियमों का पालन न किया जाना आदि कारण बताये जा रहे हैं किन्तु एक कारण जो इस मामले में सर्वाधिक महत्वपूर्ण है उसे कोई वरीयता नहीं दी जा रही और वह कारण है वाहन चलाने की कुशलता का न होना .आज लगभग  50% वाहन चालक ऐसे हैं जिन्हें वाहन को न तो नियमों के आधार पर मोड़ना आता है और न पार्किंग के लिए खड़ा करना फिर वाहन चलाना तो बहुत दूर की कौड़ी है .कितने ही वाहन चालक ऐसे दिखाई देते हैं जो पीछे की तरफ से आते हुए वाहन को न देखते हुए अपना वाहन बैक करना आरम्भ करते हैं और उसे उससे भिड़ा देते हैं .स्पीड के कितने ही नियम बनाये जाएँ ये उनका पालन नहीं करते ,रोज़ इनके चालान कटते हैं किन्तु ये बार बार उसी गतिविधि को अंजाम देते रहते हैं और इस सबके लिए दोषी कौन है ?दोषी है वाहन चलाने का लाइसेंस देने वाला विभाग आर.टी.ओ. ,जो हर किसी को ये लाइसेंस दे रहा है और सड़कों पर निरंतर दुर्घटनाओं की संख्या बढ़ाने में सहयोग .लोगों की ज़िंदगी बचाने के लिए इन सड़क दुर्घटनाओं पर त्वरित कार्यवाही की आवश्यकता है और ऐसे में प्रथम दायित्व आर.टी.ओ. का बनता है कि वह लोगों को यह लाइसेंस उनकी कुशलता की भली-भांति परख करने के बाद ही दे .

शालिनी कौशिक
[कौशल ]

टिप्पणियाँ

बहुत सुन्दर प्रस्तुति।
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आपकी इस' प्रविष्टि् की चर्चा कल शनिवार (07-06-2014) को ""लेखक बेचारा क्या करे?" (चर्चा मंच-1636) पर भी होगी!
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हार्दिक शुभकामनाओं के साथ।
सादर...!
डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक
बहुत सुन्दर प्रस्तुति।
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आपकी इस' प्रविष्टि् की चर्चा कल शनिवार (07-06-2014) को ""लेखक बेचारा क्या करे?" (चर्चा मंच-1636) पर भी होगी!
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हार्दिक शुभकामनाओं के साथ।
सादर...!
डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक
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डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक
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डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक

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