वाह रे प्रेम विवाह


         गाजियाबाद जिले के वसुंधरा के सेक्टर-15 में शुक्रवार दोपहर प्रापर्टी डीलर विकास मीणा ने अपनी बैंक मैनेजर पत्नी काम्या (40) की चाकू से गोदकर हत्या कर दी। आरोपी पति ने पत्नी पर 20 से ज्यादा चाकू से वार किए। वारदात को अंजाम देने के बाद आरोपी छत पर चढ़ा और नीचे कूद गया। इस दौरान रेलिंग का सरिया उसकी जांघ में घुस गया। उसकी चीख सुनकर पड़ोस के लोग जमा हुए। सूचना पुलिस मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। उसे इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया। काम्या के पिता सर्वण दास ने दामाद के खिलाफ हत्या का केस दर्ज कराया है। इंडियन ऑयल से सेवानिवृत जगदीश मीणा के अनुसार, वह पत्नी, बेटे विकास मीणा, बहू काम्या मीणा (40), पोते गर्वित और रूद्र के साथ रहते थे। विकास और काम्या का 11 साल पहले प्रेम विवाह हुआ था। शुक्रवार दोपहर करीब एक बजे विकास ने काम्या पर कई बार चाकू से वार किए।( अमर उजाला से साभार) 

     काम्या एक बैंक मैनेजर, विकास एक प्रॉपर्टी डीलर कहने को प्रेम विवाह करते हैं, दोनों के दो बेटे - गर्वित और रुद्र, एक विवाह का यह सुफल ही तो आज के समाज की पहली मांग है, कमाऊ पत्नी और वंश परंपरा का बेटों द्वारा आगे बढ़ना और क्या चाहिए परिवार की, जीवन की सुरक्षा के लिए और होता ये है अंजाम एक उस विवाह का, जो प्रेम विवाह कहा जाता है जिसमें यदि कहा जाए तो प्रेम नाम का अंश भी नहीं होता है क्योंकि आजकल के समाज में जिस प्रेम विवाह का चलन है वह मात्र फायदे का सौदा कहा जा सकता है जिसमें कभी लड़की तो कभी लड़का अपने लिए जीवनसाथी चुनते हैं उसके साथ अपना भविष्य सुरक्षित देखकर, यही आज का प्यार है जो हमउम्र शाहिद का प्यार छोडकर नवाब सैफ अली खान की पत्नी बना देता है करीना कपूर को, प्यार के मायने बदल गए हैं, लैला मजनू, हीर रांझा, सोहणी महिवाल जैसे प्यार अब नहीं मिलते, अगर मिलते हैं तो कहाँ गया वह प्रेम जो अपनी प्रेमिका के पत्नि रूप में परिवर्तित होते ही उसे रितिका के रूप में चौथी मंजिल से धक्का दे देता है, या फिर काम्या की देह को चाकू के बीस बीस वार कर रौंद देता है. शायद आज इसी वीभत्स परिणति को देखकर कामकाजी महिलाओं द्वारा इस बंधन से खुद को दूर रखा जा रहा है और आत्मनिर्भरता की राह पर अकेले ही आगे बढ़ा जा रहा है. 

शालिनी कौशिक

 एडवोकेट 

कैराना (शामली) 



टिप्पणियाँ

अनीता सैनी ने कहा…
जी नमस्ते ,
आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल सोमवार(२५-०७ -२०२२ ) को 'झूठी है पर सच दिखती है काया'(चर्चा-अंक ४५०१) पर भी होगी।
आप भी सादर आमंत्रित है।
सादर
Shalini kaushik ने कहा…
आभार अनीता जी 🙏🙏

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