अभिनेता प्राण को भावपूर्ण श्रृद्धांजलि -शालिनी कौशिक
चले आज वे महज़ देह छोड़कर , नज़र सामने न कभी आयेंगे . अगर देखें शीश उठाकर सभी , गगन में खड़े वे चमक जायेंगे . शरीरों का साथ भी क्या साथ है ? है चलती ही रहती मिलन व् जुदाई . जो मिलते हैं अपनी आत्मा से हमें न मध्य में आती किसी से विदाई . ये फ़िल्मी सितारे अज़र हैं अमर हैं हमारे ख्वाबों में रोज़ आया करेंगे . भले भूल जाएँ हमको हमारे ही अपने ये सबके दिलों पर छाये रहेंगे . जो पैदा हुए हैं सभी वे मरेंगे , जो आये यहाँ पर सभी चल पड़ेंगे . ...