बाबू कौशल प्रसाद एडवोकेट की प्रतिबद्धता से ही चल रही है शनिवार की हाई कोर्ट बेंच की हड़ताल - सैयद मुख्तार हसन एडवोकेट



कुछ समय पहले बाबू सैयद मुख्तार हसन एडवोकेट जी से स्व बाबू कौशल प्रसाद एडवोकेट जी की स्मृति में लिखी जा रही पुस्तक के संस्मरण को लेकर बात हुई, बाबूजी के बारे में मुझे पता है कि जब भी पापा को हाई कोर्ट बेंच आंदोलन की मीटिंग के लिए जाना होता था, बाबूजी तब घर पर आते थे और कैराना से अन्य सम्मानित अधिवक्ता गाड़ी से घर पर आते थे और सभी फिर एक साथ हमारे घर से ही आंदोलन की मीटिंग में सम्मिलित होने के के लिए जाते थे, बाबू मुख्तार एडवोकेट जी से हुई जानकारी से ही पता चला कि हम बार एसोसिएशन कैराना के अधिवक्ताओं ने 1989 में हाई कोर्ट खण्डपीठ के आंदोलन के दौरान ही पुलिस की लाठियां खाई थी, जो कैराना के लोकप्रिय नेता मुनव्वर हसन जी ने वकीलों पर चलवाई थी, बाबूजी के अनुसार 2003-2004 में खंडपीठ आंदोलन में शनिवार की हड़ताल से मुजफ्फरनगर, सहारनपुर, गाज़ियाबाद और बिजनौर हटने के लिए लगभग तैयार हो गए थे लेकिन बाबू कौशल प्रसाद जी ने बार एसोसिएशन कैराना की ओर से इस मुद्दे पर इतनी जबरदस्त आवाज उठाई कि फिर कोई भी जिला शनिवार की हड़ताल से नहीं हटा और तब से मुस्तैदी से शनिवार की हड़ताल हाई कोर्ट की खंडपीठ के लिए चली आ रही है.

सैयद मुख्तार हसन 

             एडवोकेट 

जिला कोर्ट, शामली 

स्थित कैराना 


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''ऐसी पढ़ी लिखी से तो लड़कियां अनपढ़ ही अच्छी .''