सही आज़ादी की इनमे थोड़ी अक्ल भर दे .
या खुदा नादानी इनकी दूर कर दे ,
शहादत-ए-बारीकी से दो -चार कर दे .
शहीद कहते हैं किसको नहीं इनको खबर है ,
वही जो मुल्क की खातिर ये जां कुर्बान कर दे .
शहादत देना क्या जाने ऐसा फरेबी ,
परवरिश करने वाले का ही देखो क़त्ल कर दे .
खुदा की राह में बलिदान पाता वह कदर है ,
फ़ना खुद को जो खातिर दूसरों की कर दे .
न केवल नाम से अफज़ल बनो कश्मीर वालों ,
दिखाओ हिन्द के बनकर ,जो इसमें असर दे .
खुदा का शुक्र मनाओ मिले तुम हिन्द में आकर ,
होगे नाशाद तुम्हीं गर ये तुम्हे बाहर ही कर दे .
दुआ मांगूं खुदा से लाये इनको रास्ते पर ,
सही आज़ादी की इनमे थोड़ी अक्ल भर दे .
हुकूमत कर रहा मज़हब इनके दिलों पर ,
कलेजे में वतन का इश्क भर दे .
जियें ये देश की खातिर मरें ये मुल्क पर अपने ,
धडकनें रूहों में इनकी इसी कुदरत की भर दे .
सफल समझेगी ''शालिनी''सभी प्रयास ये अपने ,
वतन से प्रेम की शमां अगर रोशन वो कर दे .
शब्दार्थ -बारीकी-सूक्ष्मता ,अफज़ल-श्रेष्ठ ,नाशाद-बदनसीब ,
शालिनी कौशिक
[कौशल ]
टिप्पणियाँ
कलेजे में वतन का इश्क भर दे .उम्दा भावपूर्ण शेर...
Recent post: गरीबी रेखा की खोज
धारा ३७० है 'भारतीय एकता व अक्षुणता' को बनाये रखने की गारंटी और इसे हटाने की मांग है-साम्राज्यवादियों की गहरी साजिश
फ़ना खुद को जो खातिर दूसरों की कर दे .
सच्चाई को बयां करती पक्तियां
बहुत खूब
सादर...
http://kaynatanusha.blogspot.in/
न केवल नाम से अफज़ल बनो कश्मीर वालों ,
दिखाओ हिन्द के बनकर ,जो इसमें असर दे .
बहुत-बहुत हार्दिक बधाई |
होगे नाशाद तुम्हीं गर ये तुम्हे बाहर ही कर दे .
दुआ मांगूं खुदा से लाये इनको रास्ते पर ,
सही आज़ादी की इनमे थोड़ी अक्ल भर दे .
हुकूमत कर रहा मज़हब इनके दिलों पर ,
कलेजे में वतन का इश्क भर दे .
जियें ये देश की खातिर मरें ये मुल्क पर अपने ,
धडकनें रूहों में इनकी इसी कुदरत की भर दे .
सफल समझेगी ''शालिनी''सभी प्रयास ये अपने ,
वतन से प्रेम की शमां अगर रोशन वो कर दे .BEHATAREEN
परवरिश करने वाले का ही देखो क़त्ल कर दे .
सुंदर अभिव्यक्ति ...आप भी पधारो स्वागत है
http://pankajkrsah.blogspot.com