धोखा अपने ही देते हैँ

 


आपको धोखा 

देने वाले 

आपके अपने ही 

होते हैँ,

वे या तो 

आपके परिवार के होंगे,

या 

आपकी बिरादरी के 

या फिर 

आपकी व्यवसायिक 

बिरादरी के.

इससे बाहर का कोई 

कभी नहीं आएगा 

आपको धोखा देने,

इसलिए सोच समझकर ही 

अपनों को जोड़ें.

.....................

मेरा अनुभव

शालिनी कौशिक

एडवोकेट

टिप्पणियाँ

Digvijay Agrawal ने कहा…
आपकी लिखी रचना "पांच लिंकों के आनन्द में रविवार 25 मई 2025 को लिंक की जाएगी .... http://halchalwith5links.blogspot.in पर आप भी आइएगा ... धन्यवाद!
Shalini kaushik ने कहा…
आभार दिग्विजय जी 🙏🙏
Onkar ने कहा…
बहुत खूब
Shalini kaushik ने कहा…
आभार 🙏🙏

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