मंसूबे पाक के जमींदोज करने हैं.

 


प्रभु, आशीर्वाद दीजिए, 

एक बार फिर दुश्मन ने सर उठाया है, 

बेटियों के सिंदूर पर उसने कहर बरपाया है, 

इरादे उसके खाक करने हैं.

मंसूबे उसके जमींदोज करने हैं.

मंसूबे पाक के जमींदोज करने हैं. 

जय हिंद जय भारत जय हिन्द की सेना🇮🇳

जय श्री राम जय हनुमान 🌹🌹🚩

द्वारा 

शालिनी कौशिक 

एडवोकेट 

कैराना (शामली) 

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