हे!माँ मेरे जिले के नेता को सी .एम् .बना दो.
हे!माँ मेरे जिले के नेता को सी .एम् .बना दो.
१-बोर्ड परीक्षार्थियों के लिए शाम को ६ बजे से रात के १० बजे तक बिना रूकावट बिजली की उपलब्धता.
२-इटावा, कन्नौज और रामपुर को २४ घंटे बिजली.
पहला निर्देश तो परीक्षार्थियों की सुविधा की दृष्टि से निष्पक्ष निर्देश के रूप में चिन्हित किया जा सकता है किन्तु कमी ये है की ये समय तो उनकी पढाई की आवश्यकता को देखते हुए बहुत कम है.रात्रि में जब पढाई का सबसे महत्वपूर्ण समय है तब उनकी पढाई के लिए २४ घंटे बिजली का वादा करने वाले सपा सरकार क्या इंतजाम कर रही है और ये निर्देश केवल २० अप्रैल तक हैं और वे भी बोर्ड परीक्षा को दृष्टिगत रखते हुए 29 मार्च से जो विश्व विद्यालय परीक्षा आरम्भ हो रही है उसके लिए मुख्यमंत्री क्या अलग से कुछ बिजली की व्यवस्था करने की सोच रहे हैं?
पर जो निर्देश मुख्यमंत्री की कार्यप्रणाली को पूर्व मुख्यमंत्री मायावती के समकक्ष खड़े कर रहे हैं वह है उनके गृहजिले इटावा आदि को २४ घंटे बिजली के निर्देश.ये निर्देश देखते हुए तो मन यही कह रहा है-
हे!मैय्या मेरे जिले के नेता को मुख्यमंत्री बना दो या मुझे ही पद पर विराजमान करा दो कम से कम बिजली के दर्शन तो होंगे.
शालिनी कौशिक [कौशल]
टिप्पणियाँ
सब जिले को राज्य
और सबका एक मुख्यमंत्री |
पहले चुनाव जीतकर तो आयें नेता जी!
हे मैय्या ! मुझे ही मुख्यमंत्री बना दो !
रोचक पोस्ट ! क्या बात है ...
वाह वाह !
बहुत खूब!!
अच्छा लिखा है आपने..
चूंकि ऐसी कामना हर जिले के लोग कर रहे होंगे इसलिए हर जिले को राज्य बना देने से यह समस्या दूर हो जाएगी।
अच्छा व्यंग्य है।
अच्छा लेखन..
अनु