मेरी माँ - मेरा सर्वस्व
वो चेहरा जो शक्ति था मेरी , वो आवाज़ जो थी भरती ऊर्जा मुझमें , वो ऊँगली जो बढ़ी थी थाम आगे मैं , वो कदम जो साथ रहते थे हरदम, वो आँखें जो दिखाती रोशनी मुझको , वो चेहरा ख़ुशी में मेरी हँसता था , वो चेहरा दुखों में मेरे रोता था , वो आवाज़ सही बातें ही बतलाती , वो आवाज़ गलत करने पर धमकाती , वो ऊँगली बढाती कर्तव्य-पथ पर , वो ऊँगली भटकने से थी बचाती , वो कदम निष्कंटक राह बनाते , वो कदम साथ मेरे बढ़ते जाते , वो आँखें सदा थी नेह बरसाती , वो आँखें सदा हित ही मेरा चाहती , मेरे जीवन के हर पहलू संवारें जिसने बढ़ चढ़कर , चुनौती झेलने का गुर सिखाया उससे खुद लड़कर , संभलना जीवन में हरदम उन्होंने मुझको सिखलाया , सभी के काम तुम आना मदद कर खुद था दिखलाया , वो मेरे सुख थे जो सारे सभी से नाता गया है छूट , वो मेरी बगिया की माली जननी गयी हैं मुझसे रूठ , गुणों की खान माँ को मैं भला कैसे दूं श्रद्धांजली , ह्रदय की वेदना में बंध कलम आगे न अब चली . शालिनी कौशिक [कौशल ]
टिप्पणियाँ
सूने आँगन को गर ढंग से बुहारा न गया ,
ए!सियासत के सरपरस्तों जरा गौर से सुन लो ,
जलजला आने को है गर उनको पुकारा न गया .''
न जाने कब ऐसी व्यवस्थाएं देखने मिलेंगी।
दिनांक 31/12/2012 को आपकी यह पोस्ट http://nayi-purani-halchal.blogspot.in पर लिंक की जा रही हैं.आपकी प्रतिक्रिया का स्वागत है .
धन्यवाद!
पर जिमेदारी सिर्फ सरकार की नहीं, हम सब की है. हम गाड़ियों में काले शीशे न लगाएं, हम पब्लिक में धुम्रपान न करें.
जलजला आने को है गर उनको पुकारा न गया,,,बहुत खूब,,,शालिनी जी,,,
लाजबाब सार्थक आलेख,,,,
recent post : नववर्ष की बधाई
जलजला आने को है गर उनको पुकारा न गया,,,बहुत खूब शालिनी जी,,,
लाजबाब सार्थक आलेख,,,,
recent post : नववर्ष की बधाई
चांद को भी मात दे देगी उसकी चमक! comets चांद को भी मात दे देगी उसकी चमक! http://sb.samwaad.com/2012/12/blog-post_29.html … वीरेंद्र कुमार शर्मा की रपट
Expand Reply Delete Favorite
नव वर्ष शुभ हो चौतरफा .
38m Virendra Sharma @Veerubhai1947
फैसला निर्भया की मौत से पहले और बाद का http://kabirakhadabazarmein.blogspot.com/2012/12/blog-post_30.html …
Expand
38m Virendra Sharma @Veerubhai1947
फैसला निर्भया की मौत से पहले और बाद का http://kabirakhadabazarmein.blogspot.com/2012/12/blog-post_30.html …
Expand
नव वर्ष शुभ हो चौतरफा .
शालिनी जी सरकार खुद ही इस देश में क़ानून का पालन करना भूल गई है .सामने वाले की शकल देख के लागू किया जाता है क़ानून कानूनी तौर पर नहीं इसीलिए वाड्रा क़ानून अलग है आम आदमी पार्टी के लिए अलग है .
शालिनी जी सरकार खुद ही इस देश में क़ानून का पालन करना भूल गई है .सामने वाले की शकल देख के लागू किया जाता है क़ानून कानूनी तौर पर नहीं इसीलिए वाड्रा क़ानून अलग है आम आदमी पार्टी के लिए अलग है . बहुत बढ़िया पोस्ट है दो टूक कहा है सब कुछ .
यहाँ पर आपका इंतजार रहेगा: शहरे-हवस
पर हम अपने को कब मना पाते हैं,
सरकार अपनी हैं,दोष औरों पर लगाते हैं |
नये साल पर कुछ बेहतरीन ग्रीटिंग आपके लिए