सांसदों के चुनाव के लिए स्नातक होना अनिवर्य करे
हमारे सांसद कानून में सक्षम होने के लिए भले ही अन्ना समर्थकों के निशाने पर हों, लेकिन सच्चाई यह है कि लोकसभा में 80 फीसदी से ज्यादा सांसद स्नातक हैं, जबकि 30 फीसदी के पास परास्नातक और डॉक्टरेट की डिग्री है।
लोकसभा से जुड़े अधिकारियों ने कहा कि संविधान में चुनाव लड़ने के लिए कोई औपचारिक योग्यता की बात नहीं है, लेकिन हमारा अनुभव है कि उचित शिक्षा के स्तर के बिना बहुत कम लोग हैं या देश की विधायिका में ऐसे लोग लगभग नहीं हैं। पिछले हफ्ते अभिनेता ओम पुरी ने रामलीला मैदान में हजारे के आंदोलन का समर्थन करते हुए हमारे सांसदों की शिक्षा के स्तर के मामले को फिर भड़का दिया।
बहरहाल आंकड़ों से पता चलता है कि 15वें लोकसभा में कोई भी अनपढ़ नहीं है। करीब 50 फीसदी सांसद या तो स्नातक हैं या फिर उनके पास परास्नातक डिग्री है। संपूर्ण रूप से 80.74 सदस्यों के पास स्नातक या इससे बड़ी डिग्री है। करीब 24 सांसदों के पास डॉक्टरेट की डिग्री है।केवल 20 सांसदों की शिक्षा मैट्रिक से कम हुई है और 32 मैट्रिक पास हैं। निचले सदन में 291 सांसद पहली बार चुनकर आए हैं, जबकि 184 फिर से निर्वाचित होकर आए हैं। फिर्भी अब चुनाव सुधारो का भी वकत आगया हे!अब सांसदों विधायको के लिए स्नातक तथा पंचय्तो नगर पलिकाध्यक्शो के लिए हायर सेकेंद्री पास होना अनिवार्य किया जाए!अनाप शनाप चुनाव ख्रचो को भी कम किया जाए! ताकि चुनाव में लिए गए चंदे के बदले जनप्रतिनिधियो को भ्रश्ताचार करके अहसान चुकाने कि नोबत ना आए! प्रधान मंत्री या राश्त्र्पति का चुनाव सीधे जंता के वोटों से हो ताकि वे संयुक्त सरर्कार कि मज्बूरियो से मुक्त होकर कार्य कर सके! सांसद निधी खतम करे ताकि सर्कारी पेसा जंता कि वास्तविक जरुरतो पर सरकार के माध्यम से खर्च हो! वरना अभी तो यह सांसद निधी चुनावी वोटों के गणित से खार्च होकर भ्रशताचार के नेये रास्ते खोल रही हे!
khushbu.goyal16@gmail.com
लोकसभा से जुड़े अधिकारियों ने कहा कि संविधान में चुनाव लड़ने के लिए कोई औपचारिक योग्यता की बात नहीं है, लेकिन हमारा अनुभव है कि उचित शिक्षा के स्तर के बिना बहुत कम लोग हैं या देश की विधायिका में ऐसे लोग लगभग नहीं हैं। पिछले हफ्ते अभिनेता ओम पुरी ने रामलीला मैदान में हजारे के आंदोलन का समर्थन करते हुए हमारे सांसदों की शिक्षा के स्तर के मामले को फिर भड़का दिया।
बहरहाल आंकड़ों से पता चलता है कि 15वें लोकसभा में कोई भी अनपढ़ नहीं है। करीब 50 फीसदी सांसद या तो स्नातक हैं या फिर उनके पास परास्नातक डिग्री है। संपूर्ण रूप से 80.74 सदस्यों के पास स्नातक या इससे बड़ी डिग्री है। करीब 24 सांसदों के पास डॉक्टरेट की डिग्री है।केवल 20 सांसदों की शिक्षा मैट्रिक से कम हुई है और 32 मैट्रिक पास हैं। निचले सदन में 291 सांसद पहली बार चुनकर आए हैं, जबकि 184 फिर से निर्वाचित होकर आए हैं। फिर्भी अब चुनाव सुधारो का भी वकत आगया हे!अब सांसदों विधायको के लिए स्नातक तथा पंचय्तो नगर पलिकाध्यक्शो के लिए हायर सेकेंद्री पास होना अनिवार्य किया जाए!अनाप शनाप चुनाव ख्रचो को भी कम किया जाए! ताकि चुनाव में लिए गए चंदे के बदले जनप्रतिनिधियो को भ्रश्ताचार करके अहसान चुकाने कि नोबत ना आए! प्रधान मंत्री या राश्त्र्पति का चुनाव सीधे जंता के वोटों से हो ताकि वे संयुक्त सरर्कार कि मज्बूरियो से मुक्त होकर कार्य कर सके! सांसद निधी खतम करे ताकि सर्कारी पेसा जंता कि वास्तविक जरुरतो पर सरकार के माध्यम से खर्च हो! वरना अभी तो यह सांसद निधी चुनावी वोटों के गणित से खार्च होकर भ्रशताचार के नेये रास्ते खोल रही हे!
khushbu.goyal16@gmail.com
आलेख -ख़ुशी गोयल
प्रस्तुति-शालिनी कौशिक
टिप्पणियाँ
में आपकी बात काटना नहीं चाहता, पर मेरे विचार से पढ़ें लिखों ने जितना इस देश को लूटा है, उसका हिसाब नहीं. अपवादों को छोड कर सारे आई ए एस , लूटने में लगे हैं.
और अन्ना जैसे , मेरे विचार में प्रधान मंत्री पद को सुशोभित कर सकते हैं , उनसे देश वंचित रह जायेगा .
aapko bhi ganesh chturthi ki anek shubhkamanye .....
Kya karen,kya karen???
मेरे ब्लॉग को गूगल ने मिटा दिया है ,अत आपसे अनुरोध है की आप मेरे नए ब्लॉग मेरा हमसफ़र पर पधार कर मेरा मार्गदर्शन करे ,
तथा फोलोवर बनकर मुझे आश्रीवाद प्रदान करे .
माफ करना ,
में आपकी बात काटना नहीं चाहता, पर मेरे विचार से पढ़ें लिखों ने जितना इस देश को लूटा है, उसका हिसाब नहीं. अपवादों को छोड कर सारे आई ए एस , लूटने में लगे हैं.
और अन्ना जैसे , मेरे विचार में प्रधान मंत्री पद को सुशोभित कर सकते हैं , उनसे देश वंचित रह जायेगा .is par kuchh kahanaa jaruri nahi lagtaa...??
गणशोत्सव की शुभकामनाएँ।
गणशोत्सव की शुभकामनाएँ।
आप भी आये यहाँ कभी कभी
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